अमृतसरी छोले कुलचे...!!

अमृतसरी छोले कुलचे...!!
कुलचे उत्तर भारत मे बहुत मशहूर व्यंजन है। जो की स्ट्रीट फ़ूड (सड़क पर बिकने वाले व्यंजन) के नाम से पसंद किये जाते है
दिल्ली में खूब मशहूर हैं छोले कुलचे। हर जगह कुछ मिले न मिले आपको छोले कुलचे मिलते है क्योंकि ये काफी जल्दी तैयार हो जाते है। छोले कुलचे सबसे अच्छे और सस्ते होते हैं जिसे बनाने और खाने में बहुत आनंद आता है कोई भी कहीं भी इस डिश को आसानी से बना सकता है.। छोले कुलचे खाने से किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं है। इसमें तेल नहीं डलता है.।
तेल तो इंसान के शरीर के लिए हानिकारक होता है हाँ! अगर आप छोले कुलचे की जगह छोले भटूरे की बात करते तो उसमें बिना तेल के आपका कुछ नहीं होता.। यह डिश को हर राज्य में अलग अलग तरीके से बनाया जाता हैं वो उनका तरीका होता है।
मैंदा : एक कटोरी 
बेकिंग पाउडर : आधा चम्मच
बेकिंग सोडा : आधा चम्मच
आमचुर का पाउडर : करीब आधा चम्मच
चाट मसाला : 2 चम्मच
मीठा सोडा : आधा चम्मच
पानी जरुरत के अनुसार
धनिये की पत्ती : आधा कप (जरुरत अनुसार)
चीनी : एक चम्मच
नमक : स्वादानुसार
दही : तीन चौथाई कप
मक्खन : जरूरतानुसार
मटर (सुखी) : 1 कप
नींबू का रस : ¼ चम्मच
हल्दी पाउडर : ¼ चम्मच
टमाटर : 2-3 बारीक़ कटे हुए
प्याज़ : 1-2 बारीक़ कटे हुए
हरी मिर्च : 1-2 कटी हुई
लाल मिर्च : पीसी हुई ½ चम्मच
बनाने की विधि :-
एक कटोरे में मैदा लें फिर मैदे में बेकिंग सोडा, बेकिंग पाउडर, नमक, दही और चीनी डाल कर थोडा सा पानी डाल दें। न ज्यादा, न कम अपने हिसाब से और फिर आटे की तरह गूँथ लें।
जब आटा थोडा मुलायम हो जाये तो उसे किसी प्लेट से ढककर रख दें करीब दो घंटे के लिए।
अब बारी है छोले तैयार करने की। हमें सुखी मटर लेनी है जरूरत अनुसार। सुखी मटर को कुक्कर में पानी डाल कर रख दें। सुखी मटर को 5-6 घंटे के लिए जब तक मटर थोडा नर्म न हो जाये तब तक रखना है। दिए गए समय के बाद मटर में थोडा पानी, नमक, खाने का सोडा डाल कर उबाल लें। 4-5 सिटी लगने के बाद दक्कन खोले। ढक्कन खोलने के बाद किसी बड़े चमचे की मदद से सभी मटर को दबा या मसल दीजिये और कुछ समय बाद मटर गाड़ा होने लगेगा।
छोले के गाडा होने के बाद आप उसे किसी अन्य बर्तन में निकाल सकते है। फिर बताये अनुसार सभी सामग्री को इकट्ठा कर आगे का काम शुरू करते है.। प्याज बारीक़ काट लें, टमाटर, हरी मिर्च, लाल मिर्च, चाट मसाला, आमचूर पाउडर और धनिया की पत्ती अपने स्वाद अनुसार ले सकते है।नमक, नींबू डाल कर अच्छे से मिला लें।
छोले तो तैयार हो गए अब देखते है की मैदे के क्या हाल चाल हैं.।
2 घन्टे होने के बाद मैदे को फिर से मसल लेंगे और मैदा चिकना हो जायेगा और अपने पसंदीदा आकार के अनुसार आकार दे देंगे।
पहले तो मैदे को लोई में बदल लेंगे जैसे छोटा बड़ा.। फिर मैदे की लोई में हरी धनिया चिपका कर लम्बे आकार में बेल लेंगे।मैदे की लोई को बेलने के बाद आप उसके एक तरफ पानी लगा लें| ध्यान रहे पानी ज्यादा न हो थोडा सा लगाना है ताकि मैदा निचे से जल न जाये। मैदा नर्म होता है जलने का डर ज्यादा होता है। इसलिए पानी लगाया जाता है।
तवे को गर्म कर लेंगे और कुलचे को थोडा सा गर्म होने के बाद उल्टा पलट देंगे जिससे उपर का हिस्सा जिसमे पानी नहीं लगाया था वो तवे पे चिपक जाएगा।कुलचा गर्म होने के बाद आप तवे पर घी या मख्खन लगा सकते है जैसा आपको सही लगे। अब आपके छोले कुलचे तैयार हैं।
नोट:-इस डिश को बनाने की तैयारी एक दिन पहले करें. मसलन संडे अगर मटर-कुलचा बनाने का प्लान है तो शनिवार रात ही मटर भिगोकर रख दें और आटा तैयार कर दें। इससे बनाते समय वक्त की बचत होगी। आप बाजार से कुलचे ला सकते है । सभी जगह मिल जाते है ।
सादर
रंजीता अनीष व्यास

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