केसरी जलेबी...!!
केसरी जलेबी
जलेबी एक ऐसी मिठाई है जो भारत में काफी मशहूर है। सर्दियों के मौसम में खाने के बाद अगर गर्मागर्म जलेबी मिल जाए तो बस मजा ही आ जाता है। जलेबी केसरी या पीले रंग की एक पारंपरिक मिठाई है जिसे दशहरा, दिवाली या अन्य खास अवसरों पर भारतीय घरों में बनाया जाता है। यह खाने में कुरकुरी होती है जिसकी वजह से सिर्फ बड़े ही नहीं बल्कि बच्चे भी चाव से खाते हैं। आमतौर पर तो जलेबी सादी ही बनाई व पसंद की जाती है, पर पनीर या खोया जलेबी को भी लोग बडे चाव से खाते हैं। जलेबी भारत की राष्ट्रीय मिठाई हैं। मैदे और दही को मिलाकर एक घोल तैयार किया जाता है इसमें खमीर उठने के बाद ही इससे जलेबी बनाई जाती है। जलेबी को फ्राई करने के बाद चाशनी में डिबोया जाता है।
आवश्यक सामग्री
1/2 कप मैदा
1/4 कप दही
(फ्राई करने के लिए) तेल या घी
जिसके बीच में छेद हुआ हो कपड़ा
1 कप चीनी
1 कप पानी
1/2 टी स्पून केसर
1/4 कप दही
(फ्राई करने के लिए) तेल या घी
जिसके बीच में छेद हुआ हो कपड़ा
1 कप चीनी
1 कप पानी
1/2 टी स्पून केसर
एक बाउल में मैदा लें उसमें देढ कप पानी डालें और अपने हाथ से आधा घन्टा फेंटे। घोल में एक भी गुठली नहीं होनी चाहिये। बाउल को ढक दें और बीस घन्टे तक एक गरम जगह पर रख कर खमीर उठने दें। एकबार फिर अपने हाथ से पन्द्रह मिनट तक फेंटे। अब उसमें रंग और दो बड़े चम्मच मैदा डालकर एकबार फिर दस मिनट तक फेंटे। चीनी और दो कप पानी एक गहरे नॉन स्टिक पैन में तेज़ आँच पर लगातार चलाते हुए पकाएँ जबतक चीनी पूरी तरह घुल जाए। फिर दूध डालें और जब मैल ऊपर तैरने लगे उसे कढ़छी से निकालकर फेंके। इलायची पावडर डालकर पकाएँ जबतक एक तार की चाशनी बन जाए। चाशनी थोड़ी ठंडी तो हो जाए पर गुनगुना रहे। एक नॉन स्टिक पैन में घी डालकर मध्यम आँच पर गरम करें।सक्विज़ी बोटल में थोड़ा घोल डालें, फिर बोटल को गरम घी के ऊपर पकडें और हल्का सा दबाकर घोल को गोल गोल जलेबी के आकार में डालें। बाहर से शुरू करके अन्दर की ओर जाएँ। अब उन्हें तलें, बीच बीच में हल्के से पलटें और हर तरफ आठ मिनट तक तलें जबतक जलेबियाँ सुनहरी और करारी हो जाए। घी में से निकालकर चाशनी में दो से तीन मिनट तक डुबोएँ। चाशनी में से निकालकर गरमागरम परोसें।
चाशनी के लिये आवश्यक सामग्री-
चीनी 4 कटोरी पानी 2 कटोरी दूध 1 बड़ा चम्मच (वैकल्पिक)केसर — एक चुटकी (वैकल्पिक)विधि- एक बर्तन में चीनी और पानी मिला कर गरम होने के लिये रखें। पानी में उबाल आने के बाद उसमें दूध डाल दें और जो गन्दे से झाग आयें उसे एक कलछी से प्लेट में निकाल दें। चाशनी बिलकुल पारदर्शक बनती है। अब इस चाशनी में केसर की पत्तियाँ डाल दें। करीब 8-10 मिनट उबालें।
सादर
रंजीता अनीष व्यास
रंजीता अनीष व्यास
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