आज होगा देश के भाग्य का फैसला...किसकी होगी सरकार
आज होगा देश के भाग्य का फैसला...किसकी होगी सरकार
किसकी हार...किसकी सरकार...!!
किसकी हार...किसकी सरकार...!!
अनीष व्यास
स्वतंत्र पत्रकारलोकसभा चुनाव के तहत देश भर में 542 संसदीय सीटों के लिए डाले गए मतों की गिनती गुरुवार सुबह आठ बजे शुरू होगी। 542 सीटों पर 8,000 से अधिक प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। सात चरणों में हुए मतदान में 90.99 करोड़ मतदाताओं में से करीब 67.11 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। भारतीय संसदीय चुनाव में यह सबसे अधिक मतदान है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह दोनों केंद्र में भाजपानीत एनडीए सरकार बनाने का आत्मविश्वास दिखा रहे हैं। यह आत्मविश्वास एक्जिट पोल के नतीजों ने दिया है। केंद्र सरकार के तमाम मंत्री भी टीवी स्क्रीन पर इस आत्मविश्वास को चार चांद लगा रहे हैं, लेकिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, डॉ. मुरली मनोहर जोशी और लाल कृष्ण आडवाणी के कुछ करीबियों तथा कई राज्यों में पार्टी के लिए घूम कर प्रचार करने वाले नेताओं को इस पर भरोसा नहीं हो रहा है। मेरठ के एक बड़े भाजपा नेता को भी लग रहा है कि 23 मई को नतीजे आने पर भाजपा की सीटें घटेंगी। 23 मई के नतीजों को लेकर कई भाजपा नेताओं की बेचैनी बढ़ी है। आखिर क्यों?
कई मंत्रालय के सचिव स्तर के अफसर तक चुनाव आयोग की मतगणना शुरू होने से पहले सच्चाई को सूंघने में लगे हैं। हालांकि पत्र सूचना कार्यालय ने नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह की कवरेज के लिए नतीजा आने से पहले ही अपनी तैयारी शुरू कर दी है। राष्ट्रपति भवन के एक वरिष्ठ अधिकारी की माने तो वहां भी नई सरकार को शपथ दिलाने के लिए तैयारी चल रही है। इसके साथ-साथ केंद्र सरकार के वरिष्ठ आधिकारियों की नई सरकार को लेकर काफी उत्सुकता बढ़ गई है। मंत्रालय के सचिव ने चुनाव में ड्यूटी पर तैनात आईआईएस कॉडर के कुछ अफसरों को बुलाकर उनसे राज्यवार ब्यौरा तक मांगा। एक राज्यमंत्री के कार्यालय के उपसचिव की परेशानी भी देखते बन रही है। कानून मंत्रालय के एक एडिशनल सेक्रेटरी को साफ लग रहा है कि एक्जिट पोल ने सीटों की संख्या बहुत अधिक दिखाई है। गृहमंत्रालय के एक निदेशक स्तर के अधिकारी के मुताबिक 23 मई को आने वाले नतीजे में उलट-फेर मिल सकता है।
भाजपा के एक नेता का कहना है कि उन्होंने तमाम केंद्रीय नेताओं से मंत्रणा की है। वह संघ के कुछ नेताओं से मिले हैं। सूत्र का मानना है कि एनडीए समेत भाजपा अधिकतम दिल्ली में पांच, गुजरात में 21, मध्य प्रदेश (म.प्र.) में 18, छत्तीसगढ़ में चार, राजस्थान में 19, उत्तर प्रदेश (उ.प्र.) 38, बिहार में 28, झारखंड में पांच, पश्चिम बंगाल में 11, उड़ीसा में आठ, कर्नाटक में 16, हिमाचल प्रदेश में चार, उत्तराखंड में चार, हरियाणा में छह, पंजाब में चार, महाराष्ट्र में 31, असम सहित पूर्वोत्तर में 17, तमिलनाडु में चार, गोवा में दो, जम्मू-कश्मीर में दो और चंडीगढ़ की एक सीट जीतेगी। इस तरह से एनडीए को करीब 248 सीटें मिलने का अनुमान है। दिनभर में भाजपा के कई नेताओं से ऑफ दि रिकार्ड चर्चा हुई। लगभग सभी का मानना है कि एक्जिट पोल में सीटें काफी बढ़ाकर दिखाई जा रही हैं। अधिकांश में इसके बाबत परेशानी के भाव दिखे। यह छटपटाहट विपक्ष के नेताओं से काफी अलग दिखाई दी। भाजपा नेताओं में एक भरोसा सिर चढ़कर बोल रहा है। सबका मानना है कि 23 मई को मतगणना के नतीजे आएंगे। इसमें सबसे बड़ा दल भाजपा और सबसे बड़ा राजनीतिक गठजोड़ एनडीए का रहेगा। सरकार भाजपा की बनेगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही होंगे। सभी का लगभग एक सुर में अनुमान है कि भाजपा अध्यक्ष का ताज सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के सिर पर आ सकता है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बारे में 10 में 6-7 भाजपा नेताओं का मानना है कि वह केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह का स्थान ले सकते हैं। राजनाथ सिंह कोई और पोर्टफोलियों दिया जा सकता है। संभव है कि एजिट पोल के नतीजे सही साबित हों। भाजपा के पास पूर्ण बहुमत या इसके आस पास की सीटें आएं, लेकिन सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के नेताओं में एक साथ इतना बड़ा अविश्वास शायद ही देखने को मिला हो। विपक्ष जहां एक्जिट पोल के नतीजे सही मानने के भ्रम में आकर बौखलाहट जाहिर कर रहा है, वहीं सत्ता पक्ष के नेता ऑफ दि रिकार्ड बातचीत में एक्जिट पोल के नतीजे पर संदेह जाहिर कर रहे हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने पहले कार्यकर्ताओं को संयम बरतने और 23 मई तक इंतजार करने का संदेश दे दिया है। शरद पवार ने एक्जिट पोल को नौटंकी करार दिया है। मायावती और अखिलेश भी इस पर तंज कस रहे हैं। वहीं भाजपा के नेताओं में भी एक चर्चा में एक अजीब सी बेचैनी साफ दिखाई पड़ रही है। इन सबको लेकर आयकर विभाग के एक कमिश्नर ने भी गजब की टिप्पणी की है। सूत्र का कहना है कि नतीजा चाहे जो आए लेकिन शेयर बाजार में अभी तो बहार है।
भाजपा के एक नेता का कहना है कि उन्होंने तमाम केंद्रीय नेताओं से मंत्रणा की है। वह संघ के कुछ नेताओं से मिले हैं। सूत्र का मानना है कि एनडीए समेत भाजपा अधिकतम दिल्ली में पांच, गुजरात में 21, मध्य प्रदेश (म.प्र.) में 18, छत्तीसगढ़ में चार, राजस्थान में 19, उत्तर प्रदेश (उ.प्र.) 38, बिहार में 28, झारखंड में पांच, पश्चिम बंगाल में 11, उड़ीसा में आठ, कर्नाटक में 16, हिमाचल प्रदेश में चार, उत्तराखंड में चार, हरियाणा में छह, पंजाब में चार, महाराष्ट्र में 31, असम सहित पूर्वोत्तर में 17, तमिलनाडु में चार, गोवा में दो, जम्मू-कश्मीर में दो और चंडीगढ़ की एक सीट जीतेगी। इस तरह से एनडीए को करीब 248 सीटें मिलने का अनुमान है। दिनभर में भाजपा के कई नेताओं से ऑफ दि रिकार्ड चर्चा हुई। लगभग सभी का मानना है कि एक्जिट पोल में सीटें काफी बढ़ाकर दिखाई जा रही हैं। अधिकांश में इसके बाबत परेशानी के भाव दिखे। यह छटपटाहट विपक्ष के नेताओं से काफी अलग दिखाई दी। भाजपा नेताओं में एक भरोसा सिर चढ़कर बोल रहा है। सबका मानना है कि 23 मई को मतगणना के नतीजे आएंगे। इसमें सबसे बड़ा दल भाजपा और सबसे बड़ा राजनीतिक गठजोड़ एनडीए का रहेगा। सरकार भाजपा की बनेगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही होंगे। सभी का लगभग एक सुर में अनुमान है कि भाजपा अध्यक्ष का ताज सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के सिर पर आ सकता है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बारे में 10 में 6-7 भाजपा नेताओं का मानना है कि वह केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह का स्थान ले सकते हैं। राजनाथ सिंह कोई और पोर्टफोलियों दिया जा सकता है। संभव है कि एजिट पोल के नतीजे सही साबित हों। भाजपा के पास पूर्ण बहुमत या इसके आस पास की सीटें आएं, लेकिन सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के नेताओं में एक साथ इतना बड़ा अविश्वास शायद ही देखने को मिला हो। विपक्ष जहां एक्जिट पोल के नतीजे सही मानने के भ्रम में आकर बौखलाहट जाहिर कर रहा है, वहीं सत्ता पक्ष के नेता ऑफ दि रिकार्ड बातचीत में एक्जिट पोल के नतीजे पर संदेह जाहिर कर रहे हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने पहले कार्यकर्ताओं को संयम बरतने और 23 मई तक इंतजार करने का संदेश दे दिया है। शरद पवार ने एक्जिट पोल को नौटंकी करार दिया है। मायावती और अखिलेश भी इस पर तंज कस रहे हैं। वहीं भाजपा के नेताओं में भी एक चर्चा में एक अजीब सी बेचैनी साफ दिखाई पड़ रही है। इन सबको लेकर आयकर विभाग के एक कमिश्नर ने भी गजब की टिप्पणी की है। सूत्र का कहना है कि नतीजा चाहे जो आए लेकिन शेयर बाजार में अभी तो बहार है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को पार्टी कार्यकर्ताओं को संदेश दिया। उन्होंने ट्वीट किया, ''अगले 24 घंटे महत्वपूर्ण हैं। सतर्क और चौकन्ना रहें। डरें नहीं। आप सत्य के लिए लड़ रहे हैं। फर्जी एग्जिट पोल के दुष्प्रचार से निराश न हों। खुद पर और कांग्रेस पार्टी पर विश्वास रखें, आपकी मेहनत बेकार नहीं जाएगी।''
लोकसभा चुनाव के 10 में से 9 एग्जिट पोल्स में एनडीए को बहुमत के अनुमान के बाद विपक्षी दल लगातार ईवीएम पर सवाल उठा रहे हैं। इससे पहले मंगलवार को कांग्रेस, तेदेपा, तृणमूल और बसपा समेत 22 विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग से मुलाकात की थी। विपक्ष ने मांग की कि वीवीपैट का मिलान वोटों की गिनती शुरू होने से पहले हो, ना कि बाद में। कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा- अगर विधानसभा क्षेत्र के चुने गए 5 पोलिंग स्टेशनों में कहीं भी गड़बड़ी पाई जाती है तो सभी पोलिंग स्टेशनों पर 100% वीवीपैट पर्चियों का मिलान किया जाए।
विपक्ष को चुनाव आयोग से जोर का झटका लगा है। आयोग ने 22 विपक्षी दलों की वीवीपैट के मिलान से जुड़ी मांग को ठुकरा दिया है। मंगलवार को विपक्षी नेताओं ने चुनाव आयोग को ज्ञापन सौंपते हुए अपील की थी कि पांच पोलिंग बूथ के वीवीपैट पर्चियों का मिलान वोटों की गिनती से पहले हो न कि आखिरी राउंड की गिनती के बाद। इसमें यह भी कहा गया है कि अगर वीवीपैट मिलान गलत निकलता है तो उस विधानसभा क्षेत्र की सभी वीवीपैट पर्चियों का मिलान किया जाना चाहिए।
लेकिन आयोग ने साफ कर दिया कि उनकी इस अपील पर अब विचार करना संभव नहीं है। प्रक्रिया मे कोई बदलाव नहीं किया जा रहा। वीवीपैट और ईवीएम का मिलान आखिर में ही किया जाएगा।
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