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Showing posts from December, 2018

अनुभवी और युवा नेता के बीच मुख्यमंत्री पद का मुकाबला...!!

अनुभवी और युवा नेता के बीच  मुख्यमंत्री   पद  का   मुकाबला...!! अनीष   व्यास   स्वतं aaaa त्र   पत्रकार राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को सरकार बनाने का मौका तो मिल गया है, लेकिन मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी किसे दी जाए, इसे लेकर अभी सस्पेंस बना हुआ है ।  प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत में से किसी एक को सीएम पद सौंपा जाएगा ।  लेकिन किसके नाम पर मुहर लगेगी, ये फैसला कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को लेना है ।  कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट और ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी के महासचिव अशोक गहलोत के बीच पद की दावेदारी है। हालांकि कहा जा रहा है कि अशोक गहलोत का सीएम बनना लगभग तय है।   पार्टी सूत्रों की मानें तो ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी  के महासचिव अशोक गहलोत का लंबा राजनीतिक का सफर रहा है। ऐसे में प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष सचिन पायलट की जगह उन्हें राजस्थान का सीएम बनाया जा सकता है। गहलोत का पार्टी में खासा प्रभाव रहा है। इसके अलावा गांधी परिवार के वफादार गहलोत इंदिरा, राजीव और सोनिया ग...

गोभी पराठा

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गोभी पराठा रं जीता अनीष व्यास की रसोई में आपका हार्दिक स्वागत है। स्वाद भरी दुनिया ग्रुप आप सभी के लिए है। आप सभी नई नई स्वादिष्ट डिश बनाई है और स्वाद भरी दुनिया ग्रुप में भेजिए।  गोभी पराठा एक आसान और पेट भरने वाली ब्रेकफस्ट डिश है। आप इस आसान रेसिपी को किसी भी समय घर पर बना सकती हैं। अगर आपको तीखा पसंद है तो आप इसमें बारीक कटे हरे मिर्च  या लाल मिर्च पाउडर भी डाल सकती हैं।   सर्दियों के मौसम में अगर नाश्ते में गर्मागर्म गोभी का परांठा मिल जाए तो नाश्ते का मजा दोगुना हो जाता है। नाश्ते के अलावा गोभी के परांठे को आप बच्चों के टिफिन में पैक कर सकते हैं। कद्दूकस हुई गोभी में मसाले मिलाएं जाते हैं। इसके अलावा इसमें अदरक, हरी मिर्च, नमक और नींबू का रस भी डाला जाता है जिससे इसका स्वाद और भी बढ़ जाता है।  गोभी के परांठे को आप दही, चटनी या अचार के साथ सर्व कर सकते हैं।  सामग्री  2 कप गेहूं का आटा 1/2 कप घी 2 कप गोभी, कद्दूकस हुई  2  चम्मच  हरा धनिया, टुकड़ों में कटा हुआ 1  चम्मच  अदरक, बारीक कटा    हरी मिर्...

राजस्थान में सरकार बदलने का ट्रेंड बरकरार

राजस्थान में सरकार बदलने का ट्रेंड बरकरार  अनीष   व्यास   स्वतं aaaa त्र   पत्रकार   प्रदेश में हर पांच साल पर कांग्रेस और भाजपा के बारी-बारी से सत्ता में आने की परंपरा रही है। राजस्थान विधानसभा चुनाव के रुझानों में कांग्रेस फिर बहुमत का आंकड़ा पार कर चुकी है। कांग्रेस 104 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि बीजेपी 68 सीटों, बीएसपी 5 सीटों, सीपीएम 2 समेत अन्य 27 सीटों पर आगे चल रही हैं । अभी तक बीजेपी और कांग्रेस को 4-4 सीटों पर और अन्य को 2 सीट पर जीत मिल चुकी है। वहीं अन्य उम्मीदवार निर्णायक भूमिका में हैं और 25 सीटें ऐसी हैं, जहां अन्य उम्मीदवार आगे चल रहे हैं।राज्य में इस बार कांग्रेस की तरफ से सचिन पायलट और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सीएम कैंडिडेट माने जा रहे हैं। दोनों ही इस बार चुनाव मैदान में थे। इनके अलावा कांग्रेस से रमेश डूडी के नाम की भी चर्चा है। राजस्थान की 199 सीटों पर इस बार 74.08% मतदान हुआ था। राज्य में पिछली बार (75.67%) से 1.52% कम वोटिंग हुई। राज्य के 7 एग्जिट पोल्स में कांग्रेस को आगे दिखाया गया था। सिर्फ एक एग्जिट पोल...

मुरझाया कमल...लहराया हाथ

मुर झा या कमल...लहराया हाथ  अनीष   व्यास   स्वतं aaaa त्र   पत्रकार   राजस्थान के मतदाता हर पांच साल में एक नई सरकार का चुनाव करने के लिए जाने जाते हैं।राजस्थान विधानसभा चुनाव के परिणाम के रूझान सभी 199 सीटों पर आ गए हैं।   जिसमें कांग्रेस सरकार बनाती नजर आ रही है।   कांग्रेस के पूर्व मुख् ‍ यमंत्री अशोक गहलोत ने इन परिणामों को अगले लोकसभा चुनावों का संकेत माना है।   मतगणना के शुरुआती रुझानों के बाद जहां कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय व कांग्रेस के प्रमुख नेताओं के निवास पर चहल पहल दिखी वहीं बीजेपी के मुख्यालय में अपेक्षाकृत सन्नाटा दिखा।   इस बार राजस्थान में अन्य भी निर्णायक भूमिका में नजर आ रहे हैं।   इन उम्मीदवारों में किशनगढ़ से सुरेश टाक ( निर्दलीय ), खंडेला से महादेव सिंह खंडेला , खींवसर से हनुमान बेनिवाल , गंगापुर से रामकेश , थानागाजी से कान्ति प्रसाद , दूदू से बाबूलाल नागर , नगर से वाजिब अली , फलौदी ...