नए संकल्प के साथ मनाए नया साल
नए संकल्प के साथ मनाए नया साल अनीष व्यास वरिष्ठ पत्रकार नए साल पर लोग भारी उत्साह में रहते हैं और ऐसे संकल्प ले लेते हैं, जिनका आगे चल कर पालन मुश्किल हो जाता है। नतीजा - कुछ दिन या हफ्तों बाद गंभीरता खत्म हो जाती है, पुराने ढर्रे पर जिंदगी लुढ़कने लगती है तो अल्छे-भले संकल्प का कोई लाभ नहीं मिल पाता। अधिकांश लोग अपनी सेहत को सुधारने के लिए संकल्प लेते हैं। यदि इसका साल भर पालन किया जाए, तो बहुत फायदा हो सकता है, लेकिन अधिकांश मामलों में ऐसा नहीं होता है। कोई भी संकल्प लेते समय नीचे लिखी बातों का ध्यान रखेंगे तो ऐसी नौबत नहीं आएगी- हकीकत के करीब रहें: अपना लक्ष्य तय करते समय अपनी हकीकत के बारे में ईमानदारी से सोचें और आकलन करें कि आप क्या कर सकते हैं, कब तक कर सकते हैं और कितना कर सकते हैं। मसलन- यह कभी तय न करें कि मैं अपनी सबसे पसंदीदा चीज कभी नहीं खाऊंगा। आप खुद भी जानते हैं कि यह संकल्प दो दिन भी नहीं टिकना मुश्किल नहीं है। बेहतर होगा, यह लक्ष्य रखें कि आप वह चीज सीमित मात्रा में खाएंगे या जहां तक संभव होगा उसका सेवन ट...